मंगलवार, 29 सितंबर 2015

हस्तकला

इसे प्रकाशित किया Unknown ने तारीख और समय 1:48 pm 2 टिप्पणीयॉं
खुद के व्यक्तित्वका एक अनोखा अविष्कार । आत्मबल क्लास का अविभाज्य हिस्सा है हस्तकला । इन छे महिनों के दौरान, प.पूज्य नंदाई सब सखियोंकी छुपी खुबियोंपे गिरा परदा हलकेसे उठाती है । यह सखिया अपनेही भूले हुए खुदसे मिलकर खूश हो जाती है ।





2 टिप्‍पणियां:

  1. आत्मबल कोई ऐसा क्लास नही की fees भरी और कुछ सिखा
    इस क्लास में प.पू नंदाई हर एक स्त्री का विकास करती हैं, उसका खोया हुआ आत्मविश्वास बढाती हैं,,Aatmabal enhances internal beauty and helps them to lead their life successfully

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  2. हा यह बात सच है की नंदाई सब सखियोंकी छुपी खुबियोंपे गिरा परदा हलकेसे उठाती है
    मेरा खुद का यह अनुभव है. मैंने कभी भी हस्तकला की और ध्यान नहीं दिया था. एक बार नववी कक्षा में जब मैंने हात में स्वेटर सिखने के लिए सुई उठाई थी तब घर से डांट पड़ी थी यह कहकर की पढाई की और ध्यान दो. लेकिन जब आत्मबल क्लास में हस्तकला में बहुत सारी अनोखी चीज़े सिखाई जो की WASTE में से BEST थी तब पता चला की मै भी कुछ कर सकती हु . हमारी क्लास में नंदाई ने नारीयल की बाहरी कवच से अच्छी अच्छी चीज़े बनाने को कहा था. मैंने उस वक्त नारियल की कवच से एक बहुत हि बढ़िया गुडिया बनायीं थी. लेकिन इस सब का श्रेय अपनी प्यारी नन्दाई को जाता है. I LOVE YOU AAI .

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