गुरुवार, 29 अक्तूबर 2015

फ़न ऐक्टीव्हीटीज

इसे प्रकाशित किया Unknown ने तारीख और समय 4:49 pm 6 टिप्पणीयॉं
॥ हरि ॐ  ॥ 

नंदाई की इस वर्ष की ये ‘होम मेकर स्पेशल बॅच’ कुछ खास है। अपने घर के कामकाज में, सदैव व्यस्त रहती इन सखियोंको, हर क्लासमें, हमारी नंदाई अनोखे अनुभव से जुडी, खुशी प्रदान करती है। ऐसी बहुत सारी ‘फ़न ऐक्टीव्हीटीज’ जो खेलके तौर पर इन सखियोंने बचपनमें ही खेले थे, वो दोबारा खेलनेका मौका आई इन्हें दे रही है । केवल एक साधारण बॉल हमारे जीवनमें कितना आनंद भर देता है!!! इस वीडिओमें हम देखेंगे इन सबकी उत्साह और चैतन्य भरी प्रतिक्रियाएँ ।


शनिवार, 17 अक्तूबर 2015

महाराष्ट्र के पारंपारिक खेल

इसे प्रकाशित किया Unknown ने तारीख और समय 1:02 pm कोई टिप्पणी नही
त्योहारोमें से एक है 'मंगलागौर'। यह त्योहार अभी लुप्त होने के सीमा पर है। आत्मबल बैच १९९८  के समाप्ती के अवसर पर  प. पू. नंदाई ने 'मंगलागौर' का विशेष तौर पर आयोजन किया था। सभी सखियां प. पू. नंदाई के साथ उन खेलों में शामिल होकर अपने आप को भूल बैठी । मानो उनके बीते हुए दिन वापस आए हो, इस प्रकार उन्हों ने इस खेल का आनंद लिया। इतना ही नहीं, महाराष्ट्र के घर घर में खेले जानेवाले 'भोंडला' इस  मराठी खेल का भी मजा उस दिन सभी सखियोंने प. पू. नंदाई के साथ लुटा।






शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2015

आत्मबल क्लासकी शुरुवात

इसे प्रकाशित किया Unknown ने तारीख और समय 3:59 pm कोई टिप्पणी नही
आत्मबल क्लासकी शुरुवात १९९८ से हुई। परम पूज्य नंदाई स्वयं सब सखियोंके बीच मे बैठकर मार्गदर्शन करती थी। सभी सखियों का नित्य जीवन विकसित करनेके उपलक्षमे "गेस्ट लेक्चर" का भी आयोजन किया गया था ।